हमारी रकता ही देश को कमजोर होने से बचा सकती है


कानपुर :- समाज में अमन व एकता अध्यक्षता में भव्य अमन व एकता पैदा किया है तो यह हमारी खुषनसीबी मुहब्बत का पैग़ाम दिया है। हिन्दुस्तान और भाई चारा बनाने, सांप्रदायिक सम्मेलन का आयोजन किया गया, है। अब हमें सिफ अपने तक सीमित ना हमारा वतन है , हमारे वतन की रिवायत शक्तियों के मंसूबों को नाकाम बनाने सम्मेलन का शुभारम्भ कारी रहकर अपने भविष्य की नस्लों के बारे रही है कि हमने हमेशा अमन का पैग़ाम और राष्ट्रवाद के नाम पर हिंसा, मॉब मुजीबुल्लाह इरफानी ने तिलावत में भी सोचना होगा, उनके लिए साफ दिया है।मौलाना मुफ्ती सैयद मोहम्मद लिंचिंग और आतंकवाद को रोकने के कुरआन पाक से किया।इस भव्य हवा और साफ पानी बचाकर चलना अफ्फान साहब मंसूरपूरी ने कहा कि लिए कानून के दायरे में रहकर हर सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में होगा, अन्यथा आने वाले हालात और जमीअत उलमा का इतिहास देषभक्ति मुमकिन संघर्ष करते हुए विनाशकारी तपरीफ लाये स्वामी उद्धव स्वरूप अधिक खराब होंगे। से भरा पड़ा है जो इस बात की गवाह शक्तियों के मंसूवे नाकाम करने के ब्रह्मचारी जी कथा व्यास श्रीमद भगवत हजरत सय्यद महजर अली साहब है कि जमीअत के लोगों ने हर तरह की विशिष्ट शिष्य जगतगुरु स्वामी सज्जादा नशीन खानकाह कतबल कर्बानियां पेष की हैं। कुछ लोगों द्वारा एहतमाम रागेंद्र स्वरूप ऑडिटोरियम में स्वरूपानंद सरस्वती जी ने कहा कि मदार मकनपुर शरीफ ने कहा कि पषु-पक्षियों के नाम पर खौफ का माहौल मौलाना मुहम्मद मतीनुल हक उसामा अगर हम सब एकजुट हो गये तो कोई जरूरत इस बात की है कि हम सब पैदा किया जा रहा है तो ऐसे जमीअत कासमी अध्यक्ष जमीयत उलमा उत्तर ऐसा पैदा नहीं हुआ जो हमारे मुल्क को मिल जुल कर रहें। मकनपुर शरीफ उलेमा फिर से ऐसे लोगों को आइना प्रदेश व काजी ए शहर कानपुर की कमज़ोर कर सके, हमें परमात्मा ने यहा समेत देष की तमाम खानक़ाहों ने हमेषा दिखाने मैदान में आई है। जो लोग देष की सुरक्षा से खिलवाड़ कर रहे हैं जमीअत उलमा का घोषणापत्र भी पेश उनकी साजिषों को समझना होगा। देष किया जिसमें उन्होंने नगर में सद्भावना को हम सबने मिलकर लड़ाइयां लड़ने मंच की स्थापना, माब लिंचिंग के के बाद स्वतंत्र कराया , इसको किसी विरुद्ध कानून बनाने की मांग की। तरह से भी बरबाद नहीं होने देंगे। आज इसके अलावा कार्यक्रम में सरदार मदन का माहौल ऐसा बना दिया जा रहा है कि गोपाल लाकड़ा जी, पास्टर डायमण्ड एक मुसलमान हिन्दु बहुल क्षेत्र में और यूसुफ, सिंधी समाज के महेष मेघानी, हिन्दु मुसलमान बहुल क्षेत्र में जाने से मौलाना सैयद मुहम्मद हुजैफा डरने लगा है, हमारा देष कभी ऐसा नहीं क़ासमी,सरदार हरविन्दर सिंह, जमाते था।मौलाना मुहम्मद मतीनुल हक़ उसामा इस्लामी के अमीर अब्दुल हई, मौलाना कासमी ने कहा कि मौजूदा वक्त में नूरुद्दीन अहमद कासमी, मौलाना नफरत का तोड़ मुहब्बत है, आप इल्मी मुहम्मद अकरम जामई, मुफ्ती और अमली ऐतबार से इसका जवाब अब्दुर्रषीद क़ासमी, मुफ्ती इकबाल दें। अहमद क़ासमी, चौधरी जियाउल छोटी-छोटी बात पर भड़कने और उग्र इस्लाम, मुहम्मद राषिद अलीग के होने के मिजाज ने हमें बहुत नुक्सान अलावा अन्य लोगों ने भी अपने अपने पहुंचाया है, हमारी भाषा शैली मुहब्बत विचारों को व्यक्त किया। हाफिज वाली होनी चाहिए। कोई नहीं कहता कि अबुदा मुअव्विज़ ने नात और नज़म आप अपना धर्म परिवर्तित कर लेकिन पेश की। संचालन मुफ्ती ज़फर अहमद अगर नफरत फैलाने वाले धर्म का क़ासमी ने किया। नगर अध्यक्ष डाक्टर चोला पहन कर नफरत की बात करें हम हलीमुल्लाह हिकमत के साथ उसका जवाब मुहब्बत मेहमानों का शुक्रिया अदा किया। इस से दें। नफरत स्थाई होती है लेकिन अवसर पर बड़ी संख्या में शहर के मुहब्बत की जड़ें मजबूत होती हैं। गणमान्य लोग मौजूद रहे।