- माब लिंचिंग के विरोध व कानून बनाने को लेकर ज़ोरदार प्रदर्शन


कानपुर एक्यू ब्यूरो देश मे माव लिंचिंग की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट के केंद्र सरकार से इस पर कड़ा कानून बनाने के निर्देश पर अमल करने, केंद्र व राज्य सरकारों में मंत्री के पद पर रहने वाले माब लिंचिंग करने वाले दहशतगदों से इतनी मोहब्बत क्यों उन मंत्रियों को मंत्री मंडल से बाहर कर उन पर कानूनी कार्यवाही करने को लेकर मोहम्मदी यूथ ग्रुप के अध्यक्ष इखलाक अहमद डेविड की अगुवाई मे जोरदार प्रदर्शन किया। मोहम्मदी यूथ गुप के खानकाह हुसेना क बाहर सकड़ा की तादात मे उलेमाओं व खानकाहों के सज्जादानशीन के साथ शामिल हुए देश मे हो रही माब लिंचिंग की घटनाओं व माब लिंचिंग करने वाले मुलजिमों का समर्थन करने वाले मोदी सरकार के मंत्रियों की हरकतों हाथों मे तख्तियां लिए थे जिन पर भीड़तंत्र नही दहशतगर्द हो तुम, सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर केंद्र सरकार अमल करें, लोकतंत्र में भीड़तंत्र की कोई जरुरत नही, माब लिंचिंग व लिंचिंग का समर्थन करने वालों ने भारत को शर्मसार किया, नरेन्द्र मोदी के मंत्रियों को मुलजिमों से इतनी मोहब्बत क्यो, हिंदुस्तान जिंदाबाद आदि नारे लिखे हुए थेसैकड़ों की संख्या में लोग दहशतगर्द मुर्दाबाद, दहशतगर्द का समर्थन करने वालों शर्म करों,गाय के नाम पर मुसलमानों को मारना बंद करो, सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर अमल करो, हिदुस्तान जिंदाबाद-जिदाबाद, ख्वाजा का हिदुस्तान जिंदाबाद, हिदू-मुस्लिम एकता जिदाबाद,' आदि नारे लगा रहे थे साथ ही से वो गुस्से मे थेग्रुप के मेम्बर साथ माब लिंचिंग की घटनाओं ने देश की छवि धूमिल की लिंचिंग की घटनाओं का समर्थन करने वालों पर कड़ी कार्यवाही करने व जल्द से जल्द कानून बनाने की मांग भी कर रहे थेविक्ताओं ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने साफ-साफ शब्दों में केंद्र कोर्ट ने साफ-साफ शब्दों म केंद्र सरकार से माब लिंचिंग पर कानून बनाने के लिए कहा अमल करने की कोई पहल अव तक नही की और ऐसी घटनाओं मे इज़ाफ़ा के लिए केंद व राज्य सरकार के मंत्रियों की भूमिका बहुत शानदार है उन सरकारों के मंत्री भीड़तंत्र दहशतगर्दो को बचाने के लिए माब लिंचिंग की घटनाओं को सामान्य सी घटना के अभियक्तों को मिठाई खिलाते माला पहनाते हुई किसी केंद्रीय मंत्री की तस्वीर भारतीय गणतंत्र की सबसे शर्मनाक तस्वीर जयंत सिंहा केंद्रीय मंत्री ने मुलजिमों को अपने घर आमंत्रित करके ऐसे सम्मानित किया जैसे वो कत्ल के मलजमि नही भगतसिंह अशफाकउल्ला खाँ, राजगुरु हो। केन्द्र सरकार सप्रीम कोर्ट के कानन बनाने के निर्देश पर अमल करने की पहल करे। गाय लेकिन केंद्र सरकार ने उस पर के नाम पर यूपी हरियाणा, करने वाले दहशतगर्दी से इतनी झारखंड, राजस्थान, मोहब्बत क्यों करते है संवैधानिक असम.मध्यप्रदेश, गुजरात, पद पर आसीन लोगो पर कानूनी कर्नाटक, दिल्ली मे खुलेआम कार्यवाही होना चाहिए उनके पीट-पीट कर हत्याएं की जा समर्थन से दहशतगर्दो के होसले चुकी है, जिसमें 90 प्रतिशत से बुलंद है। ज्यादा मस्लिम इसके शिकार हए प्रदर्शन मे इखलाक अहमद है केन्द्र व राज्य सरकारों मे मंत्री डेविड, महबूब आलम खां, के पद पर रहने वाले माव लिंचिंग हाफिज मोहम्मद कफील, हाफिज़ मुशीर अहमद, हाफिज़ मोहम्मद हसीब, मुगीसुद्दीन नियाज़ी, अयाज़ चिश्ती चाँद कादरी, शान अंसारी, रौनक अली, जावेद फरीदी, मोहम्मद मावूद, मोहम्मद हफीज़, मोहम्मद इस्लाम खान, तौफीक रेनू, रिज़वान वारसी, एजाज़ रशीद, सैय्यद अरशद, मोहम्मद मुफीद, इरफान अशरफी, इमरान पठान, मोहम्मद जिशान, फाजलि चिश्ती, अफजाल अहमद, जमालद्दीन, मोहम्मद नाहिद, अब्दुल रहमान, मोहम्मद काशिफ खान, शारिक वारसी, नईमुद्दीन, आजम महमूद, शाह मोहम्मद, हाफिज़ गुलाम वारिस, हाजी उस्मान, अलीमुद्दीन, मोहम्मद आतिफ, कामरान खान, सैय्यद फरहान शाह, महताब आलम, मोहम्मद आमिर, मोहम्मद इदरीस, मोहम्मद शारिफ खान आदि सैकड़ो लोग मौजूद थे।